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हूज़ द मैन ? (who's da man?) |
आज हम 'मन से मुलायम और इरादों से लोहा' श्री/मियाँ मुलायम सिंह यादव जी की तलवार से भी धारदार और तोप से भी लम्बी एवं दिव्य नाक के बारे में रहस्योद्घाटन करने जा रहे हैं। ध्यानपूर्वक इस अति गूढ़ रहस्य को पढियेगा।
जब हमने मुलायम सिंह जी की नाक के गूढ़ रहस्यों का पता लगाने का प्रयास किया तो हमें उनके जन्म की बड़ी ही रोचक कथा के बारे में पता चला। बात तब की है जब मुलायम सिंह जी अपनी माता के गर्भ में थे। एक रात प्रभू ने उनके पिताश्री को स्वप्न में दर्शन दे कर वर मांगने के लिए कहा। मुलायम सिंह जी के महान पिताजी ने प्रभु से ऐसी संतान की कामना की जो उनके खानदान की नाक ऊंची कर दे। फलस्वरूप यादव कुल में एक ऐसे महान समाजवादी बालक का जन्म हुआ जिसकी ऊंची नाक के चर्चे दूर दूर तक फैल गए। वो जहाँ कहीं भी जाता, उसकी नाक की चर्चा वहाँ उससे पहले पहुँच जाती।
उनकी नाक की रोचक चर्चाओं में से कुछ यहाँ सूचीबद्ध कर रहे हैं। दिल थाम कर पढियेगा -
'नाकों चने चबवाना' मुहावरा मुलायम सिंह और उनके सुपुत्र यादव कुल शिरोमणि अखिलेश यादव की नाक की शक्ति को देख कर उसकी प्रशंसा में गढ़ा गया था। कालांतर में इस मुहावरे का अर्थ-अनर्थ हो गया।
अंतरिक्ष से पृथ्वी पर केवल तीन चीज़ें दिखाई पड़ती हैं, एक चीन की दीवार और मुलायम सिंह और अखिलेश यादव की दो नाक।
जब मुलायम सिंह विमान से सफर करते हैं तो एक सीट उनके लिए तथा उनके आगे की दो सीटें उनके नाक के लिए आरक्षित/बुक करवाई जाती हैं। अखिलेश यादव जी के लिए एक सीट उनकी तथा उनके आगे वाले के बगल वाली दो सीटें आरक्षित की जाती हैं।
मुलायम सिंह की नाक इतनी लम्बी है कि 'पोल वॉल्ट' करने के लिए उन्हें डंडे की आवश्यकता नहीं पड़ती, वो अपनी नाक को ज़मीन पर टिका कर छलांग लगा लेते हैं।
आपात्कालीन स्थितियों में वायुसेना मुलायम सिंह जी की नाक को धावनपट्टी/रनवे के स्थान पर भी प्रयोग करती है।
जब मुलायम सिंह और अखिलेश यादव कहीं प्रवेश करते हैं तो वहां उनसे पहले उनकी नाक प्रवेश करती हैं। दरवाज़ा खोलने के लिए उन्हें हाथों इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। वैसे तो उन्होंने दरवाज़े पर थाप देने (नॉक करने) के लिए भी कभी हाथों का प्रयोग नहीं किया। बस 'कठफोड़वा' पक्षी (woodpecker) की तरह सर हिला कर काम हो जाता है।
मुलायम सिंह की नाक इतनी लम्बी है की जब उनके पैरों में खुजली होती है तो उन्हें उनके हाथों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। बस नाक से ही काम चला लेते हैं !
क्या आप जानते हैं कि बहन जी सुश्री मायावती जी ने बसपा का चुनाव चिन्ह हाथी क्यों चुना? मुलायम सिंह यादव जी की नाक को केवल एक प्राणी की नाक ही टक्कर दे सकती है, और वो है हाथी की सूंड !
जब मुलायम सिंह विमान से सफर करते हैं तो एक सीट उनके लिए तथा उनके आगे की दो सीटें उनके नाक के लिए आरक्षित/बुक करवाई जाती हैं। अखिलेश यादव जी के लिए एक सीट उनकी तथा उनके आगे वाले के बगल वाली दो सीटें आरक्षित की जाती हैं।
मुलायम सिंह की नाक इतनी लम्बी है कि 'पोल वॉल्ट' करने के लिए उन्हें डंडे की आवश्यकता नहीं पड़ती, वो अपनी नाक को ज़मीन पर टिका कर छलांग लगा लेते हैं।
आपात्कालीन स्थितियों में वायुसेना मुलायम सिंह जी की नाक को धावनपट्टी/रनवे के स्थान पर भी प्रयोग करती है।
जब मुलायम सिंह और अखिलेश यादव कहीं प्रवेश करते हैं तो वहां उनसे पहले उनकी नाक प्रवेश करती हैं। दरवाज़ा खोलने के लिए उन्हें हाथों इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। वैसे तो उन्होंने दरवाज़े पर थाप देने (नॉक करने) के लिए भी कभी हाथों का प्रयोग नहीं किया। बस 'कठफोड़वा' पक्षी (woodpecker) की तरह सर हिला कर काम हो जाता है।
मुलायम सिंह की नाक इतनी लम्बी है की जब उनके पैरों में खुजली होती है तो उन्हें उनके हाथों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। बस नाक से ही काम चला लेते हैं !
क्या आप जानते हैं कि बहन जी सुश्री मायावती जी ने बसपा का चुनाव चिन्ह हाथी क्यों चुना? मुलायम सिंह यादव जी की नाक को केवल एक प्राणी की नाक ही टक्कर दे सकती है, और वो है हाथी की सूंड !
और तो और भगवन भोलेनाथ चाहते थे कि उनके पुत्र की नाक पूरे ब्रह्माण्ड में सबसे लम्बी हो। परन्तु सबसे लम्बी नाक तो हमारे प्रिय मुलायम सिंह जी के लिए ब्रह्मा जी ने लिख रखी थी। इसलिए उन्हें गणेश जी के मूल शीश के बदले हाथी के शीश का प्रयोग करना पड़ा।
यूँ तो महामहिम मुलायम सिंह जी और उनके सुपुत्र की नाकों के चर्चों की सूची तो बहुत लम्बी है, परन्तु समयाभाव के चलते हम उनके सारे गुणों का बखान नहीं कर पा रहे हैं। पर अंत में सारे समाजवादी एवं सेक्युलर मित्र जो कि मुलायम जी के घनघोर समर्थक हैं उनको ये आश्वासन देना चाहेंगे तथा वो जो उनके जो विरोधी हैं वो भी तनिक अपने कान खोल कर सुन लें कि …
मुलायम सिंह जी का 'सिंह' भले ही मुलायम हो जाये, पर उनकी नाक सदैव उनके इरादों की तरह फौलाद बन कर खड़ी रहेगी।
जय समाजवाद। जय साईकिल। जय मुलायम सिंह यादव जी की !
जय समाजवाद। जय साईकिल। जय मुलायम सिंह यादव जी की !
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