
को गद्दी मिल ही गई! तो क्या हुआ कि युवराज पप्पू जी को प्रधान मंत्री की गद्दी मिलने में अभी एक-आध साल और है? उन्होंने कॉमेडी-किंग कपिल शर्मा की गद्दी पर कब्ज़ा जमा ही लिया है! आज की खबर उन सब लोगों के मुंह में ढाई किलो का स्टेनलेस स्टील का ताला लगा ही देगी जो कहते थे की हमारे युवराज एक नंबर के निकम्मे हैं। असल में महाचतुर - महाज्ञानी श्री राहुल जी इतने विनम्र हैं की वो अपनी खूबियों को छुपा कर रखेते हैं और फिर सही समय पर ही उनका प्रदर्शन करते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि जब इन न्यूज़ चैनल वालों ने ये खबर नहीं दिखाई फिर भी हमें ये खबर कैसे मिल गयी? अजी हमको खुद कपिल शर्मा जी ने ये बात बताई है।
बात दरअसल ये है कि आजकल कॉमेडी किंग कपिल शर्मा के तारे रहू-केतु के साथ डिस्को डंडिया खेलने में मशगूल से लगते हैं। तभी तो देखिये ना, पहले उनके सेट पर अग्निदेव रुष्ट हो गए, और अब युवराज ने उनकी गद्दी छीन ली। कल सवेरे सवेरे हम हवाखोरी के लिए निकले तो रस्ते में कपिल जी थोड़े दुखी - थोड़े गुस्से में भुनभुनाये से जा रहे थे। जब उनसे पूछा गया की भैय्या कारण क्या है आपके मुखमंडल पर बारा बजने के तो उन्होंने तफसील से अपनी करुण कथा बांच दी। (केजरीवाल जी के शब्दों में, "खुलासा" कर दिया) - कहते हैं की इतने दिनों से मेहनत मैंने की और राहुल जी ने आ कर सारा अटेंशन ले लिया … मुझे क्या मिला - बाबाजी का ठुल्लू!
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युवराज के अचूक जवाब से कपिल शर्मा फफक-फफक कर रो पड़े! मान ली न हार!!!!! |
दर असल जब से महामहिम राहुल जी पूरे भारत में घूम घूम कर भाषण देने का काम कर रहे हैं , तब से लोगों
ने टी वि पर कुछ और देखना ही छोड़ दिया है। कभी एस्केप वेलोसिटी तो कभी मच्छर और तरह तरह की बातों से लोगों का मनोरंजन किये जा रहे हैं। कहा तो यहाँ तक जा रहा है कि कुछ लोग इतना हँसे की उन्हें हस्पताल में भर्ती करवाना पड़ गया। कुछ लोगों के पेट में हँसते हँसते बल पड़ गए। हमारे युवराज की विलक्षण प्रतिभा का जादू तो देखिये कि गुत्थी और पलक महामहिम राहुल जी के नाम की माला जपने लगे हैं। बुआ जी तो राहुल बाबा की तस्वीर ले कर 'ज़रा ज़रा टच मी टच मी' वाले गाने पर थिरकती और ठुमके लगाती रहती हैं। हद तो तब हो गई जब कपिल जी ने दादी को नींद में राहुल बाबा का नाम लेते सुन लिया। देखा, हमारे क्रन्तिकारी युवा नेता की प्रतिभा! इन धड़कते हुए दिलों में उफनते हुए समंदर सी क्रांति पैदा करने के बावजूद युवराज सिंगल ही हैं।
मतलब हमारे युवराज जी ने भाषणों के इतिहास में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में लिखवा ही लिया है। है कोई माई का लाल जो हमारे युवराज जैसी चूतियाप … अररर मेरा मतलब अति ज्ञानवर्धक बातें कर सकें? अब जिनको महाज्ञानी महाचतुर सेक्युलर शिरोमणि श्री दिग्विजय सिंह और अति तीक्ष्ण बुद्धि के स्वामी श्री कपिल 'सिब्बल' (जिनके 'सब-बाल' ज्ञान से भरे होने के कारण श्वेत हो गए हैं) जैसे महारथियों का मार्गदर्शन प्राप्त हो, उनका ऐसे विलक्षण भाषण देना तो स्वाभाविक सी बात है ना !
अब आप देखते रहिये की युवराज राहुल बाबा कैसे लोगों के दिल-ओ-दिमाग में बलत्कार… अररर मेरा मतलब चमत्कार करते हैं। धन्य हैं ऐसी विलक्षण प्रतिभा वाले हमारे युवराज, धन्य हैं हमारी 'क्वीन बी' राजमाता, धन्य हैं राहुल बाबा के गुरु (घंटाल) श्री दिग्विजय सिंह जी एवं श्री सिब्बल महोदय और धन्य है ये भारत भूमि जहाँ इनकी चरणधुली पड़ी।
धन्य है! धन्य है! धन्य है!
जय इटली ! जय कांग्रेस ! जय राजमाता!
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